Sunday, October 4, 2009

मेरी पगली: भाग 35 का 1

ये कथा मैंने कोरियाई भाषा में देखी थी, कुछ साल भर पहले, पहली बार। अब तक कुछ डेढ़ - दो सौ बार देख चुका हूँ, किंतु विस्मित होने से शायद स्वयं को न रोक सका हूँ। कुछ दिनों पहले, मुझे यह पता चला की अंतरजाल पर इसका मूल विस्तार है। वह किसी हो- सिक किम का लिखा है, जिसकी यह आपबीती है। इस कथा पर कोरियाई, अंग्रेज़ी, और हिन्दी में चलचित्र बन चुके हैं। अतएव, मेरा कुछ भी लिखना शायद कहानी को संकीर्ण बना दे। एक प्रयास है, उम्मीद है खरा उतरेगा।

सादर धन्यवाद्-
हो- सिक किम (यद्यपि उनका विछोह पीड़ादायी है, उसका समुचित इलाज समय के पास ही है) एवं bumfromkorea, जिनके अंग्रेज़ी अनुवाद के बिना मेरा कुछ भी समझ पाना अगले कुछ 5 वर्षों तक सम्भव न होता।

मैं इस कथा का एक प्रस्तोता मात्र हूँ।
--------------------------------------------------------------------------------------
पुनःश्च -
असली कथा कोरियाई में इस वेब पते पर देखी जा सकती हैइसका अंग्रेज़ी अनुवाद यहाँ उपलब्ध है
bumfromkorea की रचना।
हो- सिक किम की आप- बीती का कोरियाई संस्करण
कोरियाई चलचित्र- Yeopgijeogin geunyeo.
अंग्रेज़ी चलचित्र- My Sassy Girl.
हिन्दी फ़िल्म- अगली और पगली

No comments:

Post a Comment